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ठंड का मौसम और हार्ट अटैक: आपके दिल के लिए यह मौसम खतरनाक क्यों है?

ठंड का मौसम और हार्ट अटैक: आपके दिल के लिए यह मौसम खतरनाक क्यों है?

सर्दियों का मौसम शुरू होते ही दिल से जुड़ी बीमारियों के मामले अचानक बढ़ने लगते हैं। कई बार पहले से स्वस्थ दिखने वाले लोग भी ठंड के दिनों में अचानक सीने में दर्द, सांस फूलना या हार्ट अटैक जैसे गंभीर लक्षण महसूस करने लगते हैं।

इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि इस मौसम में दिल की बीमारियाँ क्यों बढ़ती हैं, हार्ट अटैक के लक्षण (symptoms of heart attack) क्या होते हैं, और कौन-कौन से सरल उपाय अपनाकर आप हार्ट अटैक से बचाव कर सकते हैं।

ठंड के मौसम में हार्ट अटैक का खतरा क्यों बढ़ता है?

ठंड के दिनों में दिल पर अतिरिक्त दबाव कई कारणों से बढ़ता है, जिससे हार्ट अटैक का जोखिम भी अधिक हो जाता है:

  • ब्लड वेसल्स का सिकुड़ना: ठंड लगते ही शरीर की नसें सिकुड़ने लगती हैं। इससे खून धीरे बहता है और दिल को शरीर में खून पहुंचाने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
  • ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत: ठंड में शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए दिल को ज्यादा काम करना पड़ता है। यह अतिरिक्त मेहनत कई बार दिल की क्षमता से ज्यादा हो जाती है, और

ये भी हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।

  • सुबह की ठंड: सुबह के समय तापमान सबसे कम होता है, जिससे ब्लड वेसल्स और भी जल्दी सिकुड़ती हैं। यही वजह है कि सुबह के समय हार्ट अटैक की संभावनाएँ सबसे ज्यादा पाई गईं हैं।
  • वायरल संक्रमण और कमजोर इम्यूनिटी: ठंड के मौसम में वायरल संक्रमण, फ्लू और सांस से जुड़ी समस्याएँ बढ़ती हैं। ये सभी दिल पर अतिरिक्त तनाव डालती हैं, जिससे जोखिम बढ़ जाता है।
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हार्ट अटैक के लक्षण (Symptoms of heart attack)

सर्दियों में दिल पर अचानक बढ़ने वाले दबाव के कारण बहुत से लोग शुरुआती संकेतों को पहचान नहीं पाते। समय पर पहचान इलाज को आसान बनाती है और जान बचाने में मदद करती है।

हार्ट अटैक के ये लक्षण अक्सर देखे गए हैं:

  • छाती में दबाव या भारीपन: सीने के बीचों-बीच दबाव, जलन या कसाव महसूस होना हार्ट अटैक का सबसे आम संकेत है। यह दर्द बाएं हाथ, कंधे या पीठ तक भी फैल सकता है।
  • सांस फूलना: अचानक सांस लेने में दिक्कत, हल्के व्यायाम से भी थकान या साँस का रुक-रुक कर चलना हार्ट अटैक का लक्षण है।
  • ठंडा पसीना आना: बिना मेहनत किए ठंडा पसीना आना, शरीर का हल्का काँपना या बेचैनी महसूस होना हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
  • चक्कर आना या बेहोशी: ब्लड फ्लो कम होने से अचानक चक्कर आना, आंखों के आगे अंधेरा दिखना या संतुलन बिगड़ना भी हार्ट अटैक की चेतावनी है।

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हार्ट अटैक से बचने के उपाय (Prevention of heart attack)

सर्दियों में दिल को स्वस्थ रखना मुश्किल नहीं है, बस कुछ सावधानियाँ नियमित रूप से अपनानी होती हैं:

  • ठंड से शरीर को गर्म रखें: गर्म कपड़े पहने, खासकर सिर, कान, पैर और हाथों को ढककर रखें। ठंडी हवा सीधे शरीर के तापमान को गिराती है, जिससे दिल पर दबाव बढ़ सकता है।
  • सुबह की सैर का समय बदलें: सुबह 5–7 बजे के बीच तापमान सबसे कम होता है। इस समय बाहर पर जाने से बेहतर है कि थोड़ी धूप निकलने के बाद टहलने जाएँ।
  • पर्याप्त पानी पिएँ: ठंड में प्यास कम लगती है, लेकिन शरीर में पानी की कमी से ब्लड गाढ़ा होने लगता है, जिससे ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है।
  • हेल्दी डाइट लें: दिल की बीमारी के मरीजों के लिए नमक, तला खाना, जंक फूड और ज्यादा चीनी नुकसानदायक है। इसके बजाय फाइबर, हल्का भोजन, और ओमेगा-3 से भरपूर डाइट लें।
  • तनाव कम करें और सही नींद लें: स्ट्रेस हार्ट अटैक का एक बड़ा कारण है। योग दिल की सेहत सुधारने में मदद करता है।
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हार्ट हेल्थ के लिए घरेलू उपाय (Home remedy for heart health)

घरेलू नुस्खे इलाज नहीं हैं, लेकिन नियमित देखभाल के रूप में फायदेमंद साबित होते हैं।

हार्ट अटैक से बचने के आसान और सुरक्षित उपाय हैं:

  • लहसुन का सेवन: लहसुन खून को पतला रखने में मदद करता है और ब्लॉकेज बनने का जोखिम कम करता है। सुबह एक कली लहसुन पानी के साथ लेना फायदेमंद होता है।
  • हल्दी वाला दूध: हल्दी एंटी-इन्फ्लेमेटरी होती है और दिल की सूजन कम करने में मदद कर सकती है। सोने से पहले हल्का गर्म हल्दी दूध उपयोगी होता है।
  • ओमेगा-3 से भरपूर भोजन: अखरोट, अलसी, बादाम और मछली के तेल जैसी चीजें दिल की सेहत के लिए अच्छी मानी जाती हैं। ये ब्लॉकेज और सूजन कम करने में मदद करती हैं।
  • भाप और गर्म पेय: सर्दियों में कफ बढ़ सकती है, जिससे सांस फूलना जैसे लक्षण दिल पर दबाव बनाते हैं। गर्म पानी और भाप लेने से इस समस्या में राहत मिलती है।

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निष्कर्ष
(Conclusion)

तापमान गिरने के साथ ब्लड वेसल्स सिकुड़ती हैं, ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल को सामान्य से अधिक मेहनत करनी पड़ती है। यदि आप समय रहते हार्ट अटैक के लक्षण (symptoms of heart attack) पहचान लें और अपनी दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव कर लें, तो इस मौसम में सुरक्षित और स्वस्थ रहेंगे।

सर्वोदय हॉस्पिटल, फरीदाबाद,  में दिल से जुड़ी बीमारियों का अत्याधुनिक और विशेषज्ञ-आधारित इलाज उपलब्ध है। यहाँ अनुभवी कार्डियोलॉजिस्ट, आधुनिक डायग्नोस्टिक सुविधाएँ और इमरजेंसी केयर 24×7 उपलब्ध है, जिससे हार्ट अटैक, ब्लॉकेज, और अन्य इमरजेंसी का तुरंत और सुरक्षित उपचार संभव होता है। यदि आपको पहले से दिल की समस्या है तो सर्दियों में एक निवारक हृदय परामर्शअवश्य कराएं।

ठंड के दिनों में एक चेकअप आपकी और आपके प्रियजनों की जिंदगी को सुरक्षित बना सकता है। सर्दियों को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने के लिए इन उपायों का पालन करें और समय पर विशेषज्ञ से संपर्क करें।



FAQs

बहुत ज्यादा तला हुआ भोजन, जंक फूड, ट्रांस फैट, रेड मीट, ज्यादा नमक और मीठा, ये सभी दिल पर दबाव बढ़ाते हैं। इनसे ब्लॉकेज बनने का खतरा बढ़ सकता है।

हार्ट मरीजों को इन चीजों से बचना चाहिए:

  • तला हुआ खाना
  • बहुत ज्यादा नमक
  • प्रोसेस्ड फूड
  • जंक फूड
  • शक्कर और मिठाइयाँ

ये सामान्य घरेलू उपाय दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं:

  • लहसुन का सेवन
  • हल्दी-वाले दूध का सेवन
  • ओमेगा-3 फूड्स
हल्का व्यायाम और योग
ठंड में नसें सिकुड़ जाती हैं, ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। यह दबाव हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।

दिल की विफलता शुरू होने के ये संकेत नजरअंदाज नहीं करने चाहिए:

  • सांस फूलना
  • पैरों में सूजन
  • अत्यधिक थकान
अचानक वजन बढ़ना या रात में खांसी
गैस स्वयं हार्ट अटैक का कारण नहीं बनती। लेकिन गैस के दर्द और हार्ट अटैक के दर्द में कई बार भ्रम हो जाता है, खासकर जब छाती में भारीपन, जलन या दबाव महसूस हो रहा हो। इसलिए यदि दर्द 10–15 मिनट से ज्यादा रहे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें

सर्दियों में निम्नलिखित बीमारियाँ फैलती हैं:

  • फ्लू और वायरल इन्फेक्शन
  • न्यूमोनिया
  • अस्थमा अटैक
  • दिल की बीमारियाँ
  • खांसी-जुकाम
Dr. Amit Kumar | Interventional Cardiology,Cardiology,Cardiac Sciences | Sarvodaya Hospital

Dr. Amit Kumar
Associate Director & Head (Unit I) - Interventional Cardiology

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