Emergency
सर्दियों में साइनस क्यों बढ़ता है? कारण, लक्षण और राहत के आसान उपाय

सर्दियों में साइनस क्यों बढ़ता है? कारण, लक्षण और राहत के आसान उपाय

सर्दियों का मौसम जहाँ एक तरफ गर्म कपड़ों, धूप और स्वादिष्ट खाने का आनंद लाता है, वहीं दूसरी तरफ यह कई स्वास्थ्य समस्याओं को भी बढ़ा देता है। इन्हीं में से एक है साइनस (sinus issues), एक ऐसी समस्या जो सर्दियों में कई लोगों को परेशान करती है। नाक बंद होना, चेहरे में दर्द, भारीपन, सिरदर्द और लगातार बलग़म, आपके साइनस (sinus disease) के ठंड से बढ़ने के संकेत हो सकते हैं।

इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि सर्दियों में साइनस की समस्या क्यों बढ़ जाती है, इसके लक्षण क्या हैं, और कौन-से घरेलू उपाय साइनस से राहत देते हैं।

साइनस का मतलब (Meaning of Sinus)

हमारे चेहरे की हड्डियों में हवा से भरी छोटी-छोटी कैविटीज़ मौजूद होती हैं। यह कैविटीज़ नाक के अंदर नमी बनाए रखने, हवा को फ़िल्टर करने और आवाज़ को स्पष्ट बनाने में मदद करती हैं। इन साइनस कैविटी के अंदर एक मुलायम झिल्ली रहती है जो लगातार हल्का-सा म्यूकस (mucus) बनाती है, जिससे नाक साफ़ रहती है और शरीर को संक्रमणों से बचाव मिलता है।

जब ठंड, धूल, एलर्जी या बिमारी की वजह से यह झिल्ली सूज जाती है, तो म्यूकस बाहर नहीं निकल पाता। इससे साइनस ब्लॉकेज, चेहरे में दर्द, सिरदर्द और लगातार बंद नाक की समस्या होने लगती है। इसे साइनस कहते हैं।


सर्दियों में आमतौर पर दिखने वाले साइनस लक्षण (Sinus Infection in Winter Symptoms)

सर्दियों के मौसम में कुछ लक्षण बहुत सामान्य रूप से दिखाई देते हैं, जैसे:

  • नाक बंद होना: यह सर्दी का सामान्य लक्षण लगता है, लेकिन लगातार बंद नाक साइनस का संकेत है।
  • चेहरे में दर्द और भारीपन: माथे, गालों या आँखों के बीच दर्द होना साइनस ब्लॉकेज का सबसे बढ़ा लक्षण है।
  • आंखों के नीचे सूजन: पोस्ट-नेज़ल ड्रिप की वजह से आंखों के आसपास सूजन और भारीपन हो सकता है।
  • गले में कफ जमा होना: ठंड के मौसम में म्यूकस गाढ़ा हो जाता है, जिससे गले में बार-बार बलग़म बनता रहता है।
  • लगातार सिरदर्द: साइनस बढ़ने पर बार-बार सिरदर्द होता है, जो सुबह के समय ज्यादा महसूस होता है।
  • आवाज़ में बदलाव: म्यूकस जमा होने से आवाज़ भारी या नाक से बोलने जैसी हो सकती है।

साइनस होने के मुख्य कारण (Causes of Sinus Infection in Winter)

सर्दियों के दौरान साइनस के मामले तेजी से बढ़ते हैं।

इसके पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं:

  • वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण: सर्दियों में फ्लू और सर्दी-जुकाम के वायरस अधिक सक्रिय रहते हैं। जुकाम होने पर म्यूकस बढ़ता है और साइनस ब्लॉक हो जाते हैं, जिससे साइनस होता है।
  • ठंड में एलर्जी बढ़ना: धूल, स्मॉग, पॉल्यूशन, पालतू जानवरों के बाल, ये सभी एलर्जी बढ़ाते हैं और नाक में सूजन का ख़तरा भी बढ़ाते हैं।
  • हीटर और गर्म कमरे: गर्म कमरा नाक की नमी सोख लेता है। इससे म्यूकस गाढ़ा हो जाता है और साइनस कैविटीज़ में फँसने लगता है।
  • ठंडी हवा का सीधा संपर्क: बहुत ठंडे मौसम में बिना मफलर/कैप के बाहर निकलने से नाक की झिल्ली सिकुड़ जाती है और ब्लॉकेज बढ़ जाता है।
  • पानी कम पीना: सर्दियों में प्यास कम लगती है, जिससे लोग पानी पीना भूल जाते हैं। यह आदत साइनस (sinus issues) को और खराब करती है।

Read More- Common ENT (Ear, Nose & Throat) Diseases

ठंड में साइनस से राहत पाने के घरेलू उपाय (Home Remedies for Sinus in Winter)

सर्दियों में सही देखभाल और घरेलू उपायों से कई लोग अपने साइनस (sinus disease) को बिना दवा के भी काफ़ी हद तक नियंत्रित कर लेते हैं।

ये तरीके आपके म्यूकस को पतला करने, नाक खोलने और दर्द कम करने में मदद करते हैं:

  • भाप लेना: भाप लेना साइनस खोलने के लिए भाप सबसे प्रभावी तरीका है।
  • नीलगिरी/यूकलिप्टस तेल (Eucalyptus Oil): यह नाक की सूजन कम करता है और सांस लेने में मदद करता है।
  • अदरक, काली मिर्च और हल्दी की चाय: इनमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन कम करते हैं और शरीर को गर्म रखते हैं।
  • गर्म और पर्याप्त पानी पीना: ठंड में दिनभर में कम से कम 7–8 ग्लास गर्म पानी पिएँ।
  • गर्म सेंक: माथे और नाक के आसपास गर्म कपड़ा रखने से चेहरे की सुजन कम होती है।

साइनस का उपचार (Sinus Infection Treatment)

सर्दियों में अगर आपके साइनस (sinus issues) के कारण बार-बार ब्लॉकेज, दर्द, बंद नाक या संक्रमण हो रहा हो, तो दवाई से इलाज शुरू करना ज़रूरी है:

  • डीकंजेस्टेंट दवाएँ: ये नाक के अंदर की सूजन कम करके रास्ता खोलने में मदद करती हैं। हालाँकि इनका उपयोग डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।
  • एंटी-एलर्जिक गोलियाँ: अगर आपकी समस्या पॉल्यूशन, धूल या एलर्जी के कारण बढ़ते हो, तो एंटी-हिस्टामिन से काफ़ी राहत मिल सकती है।
  • सलाइन नेज़ल स्प्रे: नाक की नमी बनाए रखता है, सलाइन नेज़ल स्प्रे म्यूकस को पतला करता है और साइनस के कारण हुए ब्लॉकेज को कम करता है।
  • एंटीबायोटिक (यदि बैक्टीरियल संक्रमण हो): हर साइनस में एंटीबायोटिक ज़रूरी नहीं होती। डॉक्टर इन्हें बैक्टीरियल संक्रमण के लिए ही लिखते हैं।
  • स्टीम थेरेपी: लंबे समय तक साइनस से राहत के लिए भाप लेना सबसे सुरक्षित और असरदार तरीका माना जाता है।
  • फिजियोथेरेपी और नेज़ल सिंकाई: कुछ मामलों में साइनस प्रेशर कम करने के लिए ENT विशेषज्ञ विशेष तकनीकें भी उपयोग करते हैं।

निष्कर्ष

सर्दियों का मौसम अपने साथ कई बदलाव लाता है, जिनमें से एक है साइनस की बढ़ती समस्या। ठंडी और सूखी हवा, पॉल्यूशन, एलर्जी और कम पानी पीने जैसी आदतें साइनस (sinus issues) को अधिक संवेदनशील बना देती हैं। भाप लेना, नाक की सफाई, गरम पानी, इम्यूनिटी बढ़ाने वाला आहार लेना और सर्दी से बचने जैसी आदतें आपके साइनस को बेहतर रखने में मदद करती हैं।

सर्वोदय हॉस्पिटल, फरीदाबाद, सर्दियों में बढ़ने वाली साइनस समस्याओं के लिए विशेष रूप से उन्नत उपचार, ENT विशेषज्ञों की टीम और आधुनिक डायग्नोस्टिक सुविधाएँ प्रदान करता है। यहाँ साइनस के उपचार लिए सटीक जाँच और व्यक्तिगत देखभाल उपलब्ध है।।

विशेषज्ञ की सलाह लेकर अपनी समस्या का समय पर इलाज शुरू करें, ताकि आप सर्दी का मौसम स्वस्थ्य रह कर और आराम से बिता सकें।

FAQs

सर्दियों में हवा सूखी होती है, नमी कम हो जाती है और तापमान में बार-बार बदलाव होता है। इससे नाक की झिल्ली सूजती है और साइनस (sinus issues) बढ़ जाते हैं।

भाप लेना, सलाइन वॉश, गरम पानी पीना, अदरक-हल्दी की चाय और गर्म सेंक काफी राहत देते हैं।

हाँ, लगातार नाक बंद रहना साइनस का प्रमुख लक्षण है।

सादा पानी की भाप, नीलगिरी तेल (Eucalyptus), या पुदीना भाप सबसे अधिक लाभकारी है।

हाँ, ठंडा मौसम नाक की नमी कम करता है और म्यूकस को गाढ़ा बनाता है, जिससे साइनस दर्द बढ़ जाता है।

गर्म सूप, अदरक, हल्दी, विटामिन-सी फल, तुलसी और गरम पानी साइनस के लिए फायदेमंद हैं।

साइनस के उपचार के लिए ENT विशेषज्ञ या आवश्यकता अनुसार Pulmonology Hospital जाना चाहिए, खासकर यदि लक्षण लगातार बने रहें तो।

Dr. Ravi Bhatia | ENT & Cochlear Implant | Sarvodaya Hospital

Dr. Ravi Bhatia
Director - ENT & Cochlear Implant

Dr. Ravi Bhatia | ENT & Cochlear Implant | Sarvodaya Hospital

Dr. Ravi Bhatia
Director - ENT & Cochlear Implant

Speak to Our Health Expert

Get reliable medical advice anytime, anywhere.

Recent Blogs

किडनी रोग: कारण, लक्षण और बचाव

Mar 11, 2025

View All

🖐Hi
E M E R G E N C Y